‘ग्वैन्तनामों बे’ के कैदियों की भूख हड़ताल का आज 100 वां दिन

ALeqM5gsWba2lU30k4BW6n1PLkqWV_HCFw

‘ग्वैन्तनामों बे’ के कैदियों की भूख हड़ताल का आज 100 वां दिन है। कुल 166 में से 102 कैदी भूख हड़ताल पर हैं। इससे सम्बन्धित जो रिपोर्टें छन छन कर आ रही हैं वो काफी डिस्टर्ब करने वाली है। आपको याद ही होगा कि पिछले दिनों विशेषकर बुश के कार्यकाल में ग्वैन्तनामों बे के कैदियों को किस तरह से यातनायें दी गयी थी। इसका विवरण ही रुह कंपाने के लिए काफी था।
यहां कैदियों को ट्यूब के माध्यम से जबर्दस्ती खाना खिलाया जा रहा है। यह प्रक्रिया बहुत ही कष्टदायी होती है। इसमें ट्यूब को नाक से अन्दर डालकर गले से नीचे पेट में उतारा जाता है। और इसी से लिक्विड डाला जाता है।
इसके अलावा उनके इस आन्दोलन को तोड़ने के लिए उनके सेल को असहनीय रुप से ठण्डा और गरम किया जा रहा है। उनकी आपसी एकता तोड़ने के लिए उन्हे अलग अलग सेलों में रखा जा रहा है। उन्हे पीने का पानी भी नही दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि ओबामा ने सत्ता संभालने के तुरन्त बाद यह ऐलान किया था कि ग्वैन्तनामों बे को 100 दिन के अंदर बंद कर दिया जायेगा। लेकिन यह आज तक चालू है। सच तो यह है कि ग्वैन्तनामों बे के 90 प्रतिशत कैदियों को अमेरिकी कोर्ट द्वारा रिहा किया जा चुका है। इनमें अधिकांश बिना किसी आरोप के दशकों से ग्वैन्तनामों बे में कैद थे। लेकिन इसके बावजूद किसी ना किसी बहाने उनकी रिहाई में ओबामा प्रशासन अड़चने डाल रहा है।
‘यूरोपियन पार्लियामेन्ट’ और ‘संयुक्त राष्ट्र संघ’ ने भी उनकी रिहाई की मांग उठायी है। लेकिन ओबामा प्रशासन इनकी अनदेखी कर रहा है।
दरअसल अमरीकी प्रशासन अब बेहयाई के उस शिखर पर पहुंच गया है जहां ‘पब्लिक ओपिनियन’ का उस पर कोई फर्क नही पड़ता।
इन विषम परिस्थितियों में भी जो लोग अपने आन्दोलन को आगे बढ़ा रहे है उन्हे हमारा सलाम

This entry was posted in General. Bookmark the permalink.

One Response to ‘ग्वैन्तनामों बे’ के कैदियों की भूख हड़ताल का आज 100 वां दिन

  1. PARTHESWAR AAZAD says:

    BARBARTA KI HAD HAI.AAZ K AMERIKAN IMPERLIST K SATH JITANI V NAFARAT KI JAI KAM HAI.

Comments are closed.