Daily Archives: 2015/12/22

जीएसटी का जंजाल: किसी का बोझ, किसी के सिर —- देविंदर शर्मा

कल्पना कीजिए कि मेरा पड़ोसी अपने घर को नए सिरे से सजा-संवार रहा है. हर पुरानी चीज को हटाकर नए सिरे से नई तकनीक के साथ घर की साज-सज्जा का काम हो रहा है. मुझे भरोसा है कि नया घर … Continue reading

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